ओ बाबा तेरे चरणों के (तर्ज: दिल लूटने वाले जादूगर)


तर्ज: दिल लूटने वाले जादूगर


ओ बाबा तेरे चरणों के
हम दरश भिखारी आए हैं
हम दरश भिखारी आए हैं
तेरे प्रेम के पुजारी आए हैं

तेरी पूजा तुझको ध्याना है
ये जीवन सफल बनाना है
कितना ज़ालिम ये ज़माना है
ये अब तो हमने माना है
जब कोई नहीं इस दुनिया में
तेरे साए में दौड़े आए हैं

तेरी दया का पारावार नहीं
तू कुछ भी करे दुश्वार नहीं
मेरा यहाँ कोई आगार नहीं
तेरे सिवा मेरा कोई द्वार नहीं
मन तेरे शरण में आया है
जब दुःख के बादल छाए हैं

तुम अजर अमर मेरे प्रभु जी
तुम अविनाशी हो अविकारी
'शोभा' को भक्ति का दान करो
प्रभु भक्तों के तुम हितकारी
तुम अपना लो प्रभु दीनन को
जैसे सरि सागर में समाए है

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